अग्नि की ऊड़ान – श्री ए.पी.जे अब्दुल कलाम – Wings of Fire

“जब संकट या दुःख आए तो उनका कारण जानने की कोशीश करो। विपत्ती हमेशा आत्मविश्लेषण के अवसर प्रदान करती है।“

कलामजी और उनके बहनोइ जलालुदीन, जो उनसे उम्र में काफी बडे थे वो उनके अच्छे मित्र बने, जब घूमने निकलते थे तो शिवमंदीर की प्रदक्षीणा भी करते थे। धर्मनिरपेक्षता का इससे बडा उदाहरण क्या होगा?
जलालुदीनने ही कलामजी को पढने के लिए प्रोत्साहीत किया।

प्रुथ्वी दिवस – Earth Day

५०वां प्रुथ्वी दिवस माता भूमि पुत्रोहं पृथिव्या । पृथ्वी मेरी माता है और मैंं उसका पुत्र हुंं  । हम इस धरा को माता मानते है। किसान हल चलाने से पहेले खेत की, धरा की पूजा करते है। बिल्डर नइ इमारत बनाने से पहले भूमी पूजन करते है। अरे यहां तक की उद्योगपति भी नया युनिट … Read more

मेरा भारत महान – तात्या टोपे

१८५७ का स्वतंत्रता संग्राम ब्रिटिश शासन के विरुद्ध भारतीयों द्वारा किया गया प्रथम स्वातंत्र्य संग्राम था। यह भारत के विभिन्न क्षेत्रों में दो वर्षों तक चला। जनवरी १८५७ तक इसने एक बड़ा रूप ले लिया। विद्रोह का अन्त भारत में ईस्ट इंडिया कम्पनी के शासन की समाप्ति के साथ हुआ।   रामचंद्र पाण्डुरंग राव जिन्हे हम ‘तात्या … Read more

मन में है विश्वास – शैलेष सगपरिया

मन में है विश्वास – शैलेष सगपरिया   नमस्कार मित्रों। आशा है आप सकुशल होंगे और लोकडाउन के नियमों का पालन कर रहें होंगे। लोकडाउन के इस समय में कई लोग, कइ संस्थाए बहुत अच्छे काम कर रही है। ऐसी ही दो एज्युकेशनल इंस्टीट्युट ने कल १२ अप्रेल को फेसबूक पे लाइव वक्तव्य का आयोजन … Read more

लॉक डाउन और अवसर

लॉक डाउन और अवसर सबसे पहले में आपको तमाशा मूवी का वो दृश्य याद करना चाहता हूँ जो ठीक मध्यांतर से पहले आता है जब वेद ( रणबीर कपूर), तारा ( दीपिका पादुकोण) को प्रपोज़ करता है। तारा : जब से में कोर्सिका से वापस आयी हु ना, it’s like,  it’s like तुम मेरे साथ … Read more

यंग इन्जिनीयर्स – उनके सपने, उनके रास्ते और चुनौतीयां – Level 1

९०के दशक में बच्चों से पूछें की क्या बनना है तो बोलेंगे डोक्टर्स, इन्जिनियर, साइंटीस्ट, पायलट, टिचर या IAS अफसर! पर सन २००० के बाद जो क्रांति आइ, जो नई जनरेशन आइ है उन्हें पता है की उन्हे कम्प्युटर इन्जिनियर बनना है और ऑरेकल – SQL में पारंग़त होंगे। डॉक्टर बनेंगे और फिर न्युरोलोजीस्ट बनेंगे। … Read more

#HumVapasAayenge हम आएंगे अपने वतन!

‘हम आएंगे अपने वतन हाजी साहब…और यहीं पे दिल लगाएंगे, यहीं पे मरेंगे…और यहीं के पानी में हमारी राख बहाई जाएगी।’ ये सिर्फ डाइलोग नहीं, कश्मीरी पंडीतो की जिंदगी है जो शायद फिल्म “शिकारा” बयां कर पाये! कुछ ऐसी घटनाएं इस दुनिया में घटीत हो जाती है जीसे मिटाने की कोशीश की जाती है, पर … Read more

Nexplora – नवचेतना का उत्सव !

P.N. : ये पोस्ट एस्टर पब्लीक स्कूल के मार्केटींग के लिए या फिर मेरी बेटी उस स्कूल में पढ रही है इस लिए नहीं लिखा; मैंने इस लिए लिखा की इस तरह की इवेन्टस हर जगह होनी आवश्यक है। दोस्तों, २०१९ के कुछ ही दिन शेष बचे हैं। आशा है पिछले साल की मधुर यादें आपको … Read more

इंजीनियरींग, टेक्नीकल नॉलेज और जोब!

आज का युग चेलेन्जींग है। हर रोज कुछ न कुछ इनोवेशन हो रहा है। कल के बच्चे जो चंदामामा को देख रहे थे वे आज उनेके चेहरे के पीछे क्या है (डार्क साइड ओफ ध मून!) वो देखने लेन्डर को उनके पास भेज रहे है। कहने का मतलब ये है की हर जगह कुछ न … Read more

दिवाली – कल आज और कल !

“दिवाली” – ये शब्द कानो में गूंजते ही रंगबिरंगी आभा सब के मनोपटल पर छा जाती है। यह कल्पना अमीर -गरीब, बच्चे – बुढ्ढे – जवान  के बीच अंतर नहीं देखती! और यही खुशी आप उपर वाली फोटो में देख सकते हो! एस्टर पब्लीक स्कूल में केजी के बच्चोने सब के साथ दिवाली मनाइ! अपने पारंपरीक वस्त्रो में सज धज कर आये बच्चो … Read more