घमंड कर घमंड कर – गोपाल खेताणी – Matter of Pride

हे वीर तु शान है
देश की तु आन है
नायक है आदर्श तु
सब के दिल की जान है
रंग केसरी सजा तु शत्रु को भस्म कर
घमंड कर घमंड कर